ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान कुछ ऐसा कहा जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान खींच लिया है। जब उनसे पूछा गया कि अगर डोनाल्ड ट्रंप फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं तो क्या वे उनसे संपर्क करेंगे, तो लूला ने बिना किसी हिचकिचाहट के जवाब दिया – “मैं ट्रंप को कॉल नहीं करूंगा, मैं भारत के प्रधानमंत्री मोदी से बात करूंगा।”
क्यों खास है भारत?
लूला के इस बयान से साफ पता चलता है कि वे दुनिया के बदलते समीकरणों को किस तरह देख रहे हैं। उनका मानना है कि अब वह समय चला गया जब अमेरिका अकेले फैसले करता था। आज भारत जैसे देश तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और वैश्विक मंचों पर उनकी भूमिका लगातार मजबूत हो रही है।
उन्होंने कहा, “अब दुनिया एकध्रुवीय नहीं रही। आज के दौर में हर देश की बात मायने रखती है, खासकर उन देशों की जो विकास की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। भारत उनमें से एक है।”
मोदी और लूला: रिश्तों में गर्मजोशी
लूला और पीएम मोदी के बीच पहले से ही अच्छे संबंध रहे हैं। दोनों नेताओं ने कई बार अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में मुलाकात की है। G20 और BRICS जैसे मंचों पर इनकी बातचीत और साझा दृष्टिकोण को लेकर कई बार चर्चा हो चुकी है।
लूला, मोदी के नेतृत्व को काफी सराहते हैं और उन्हें एक दूरदर्शी नेता मानते हैं, जो न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के लिए सोचते हैं।
अमेरिका पर नरमी नहीं
लूला का यह बयान उस वक्त आया है जब अमेरिका में चुनावी माहौल तेज है और डोनाल्ड ट्रंप फिर से सत्ता में आने की कोशिश कर रहे हैं। लूला का यह कहना कि वह ट्रंप से बात नहीं करेंगे, अमेरिका के लिए एक सधा हुआ लेकिन तीखा संदेश भी हो सकता है।
भारत के लिए अच्छी खबर
यह बात भारत के नजरिए से बेहद अहम है। एक ऐसा देश जो कभी सिर्फ विकासशील गिनती में आता था, आज वैश्विक मंच पर इतना प्रभावशाली हो गया है कि ब्राजील जैसे बड़े देश उसे प्राथमिकता देने लगे हैं।