बीजिंग: बीजिंग: फोशान शहर में चीकुनगुनिया वायरस का अचानक बहुत बढ़ गया है इससे वहां की सरकार भी परेशान है, इसके लिए चीन सरकार ने इसके लिए बहुत जरुरी और ठोस कदम उठा रही है ताकि इस संक्रमण को रोका जा सकें या काम किया जा सकें। इस बीमारी से वहां कई लोग प्रभावित हुए है इसके लिए विदेशी सरकारों ने में एडवाइजरी जारी कारण है।
सरकार ने दिखाई सख्ती
फोशान में प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि इस संक्रमण को हल्के में नहीं लिया जाएगा। जो लोग अपने घरों के आसपास पानी जमा होने दे रहे हैं, जैसे कि बोतलें, गमले या खुले कंटेनर — उन पर 10,000 युआन तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। चेतावनी के बावजूद सफाई न करने वालों की बिजली तक काटे जाने की चेतावनी दी गई है।
हाई-टेक तरीके अपनाए जा रहे हैं
सरकार सिर्फ चेतावनी नहीं दे रही, बल्कि तकनीक का इस्तेमाल करके संक्रमण को रोकने की कोशिश कर रही है:
- ड्रोन के ज़रिए उन इलाकों की पहचान की जा रही है जहाँ पानी जमा हो सकता है।
- गली-मोहल्लों में एंटी-मॉस्किटो स्प्रे का छिड़काव किया जा रहा है।
- जलाशयों में मच्छर खाने वाली मछलियाँ और predator मच्छर छोड़े जा रहे हैं।
बारिश और गर्मी ने बिगाड़ा हालात
इस बार चीन के गुआंगडोंग प्रांत में 140 वर्षों की सबसे भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस भीषण बारिश और उसके साथ आई उमस ने मच्छरों के लिए उपयुक्त माहौल बना दिया, जिससे संक्रमण और तेजी से फैला।
अंतरराष्ट्रीय अलर्ट भी जारी
अमेरिका ने चीन की यात्रा कर रहे अपने नागरिकों के लिए Level-2 ट्रैवल अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे:
- पूरे बाजू के कपड़े पहनें
- मच्छरदानी और रिपेलेंट का प्रयोग करें
- संभव हो तो एयर कंडीशन कमरे में ही रहें
क्या है चीकुनगुनिया और कैसे फैलता है?
चीकुनगुनिया एक वायरल बुखार है जो मच्छरों के ज़रिये फैलता है, खासकर Aedes aegypti और Aedes albopictus नामक मच्छर के काटने से। इसके लक्षणों में तेज बुखार, जोड़ो में सूजन और दर्द, सिरदर्द और थकान शामिल हैं।
बचाव ही है सबसे बड़ा इलाज
फिलहाल चीकुनगुनिया का कोई टीका या पक्का इलाज नहीं है। डॉक्टर मरीजों को आराम, तरल पदार्थ और बुखार की दवा से लक्षणों को नियंत्रित करने की सलाह देते हैं।
विशेष रूप से बुजुर्गों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की ज़रूरत है। डिहाइड्रेशन से बचाव बहुत जरूरी है, इसलिए नारियल पानी, नींबू पानी, ओआरएस और जूस का सेवन किया जाए।
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